अ, आ, इ, ई, उ, ऊ | गुणी मुळाक्षरे
लाडकी पाखरे | मराठीची ||१||
जुळविले काव्य | आळविले स्वर
नाचताती स्वैर | सुरांमध्ये ||२||
केलीस सखोल | वृत्ताची बांधणी
लावण्य लावणी | थिरकली ||३||
पेरणी ती केली | योग्य यमकांची
माणिक मोत्यांची | शब्द झोळी ||४||
आवडे मजला | गझल साधना
करते कामना | विधेची मी ||५||
रुबाई ची गोडी | मनभर ओव्या
जात्यावर गाव्या | आवडीने ||६||
राग लोभ मोह | लेखणीत झुले
हट्टी फार मुले | कवितेची ||७||
कधी रागावते | कधी गोंजारते
शब्दांचा करते | नट्टापट्टा ||८||
गुंफली नाजूक | अक्षरांची माला
अभंग शिवाला | वाहिला मी ||९||

– रचना : सौ.प्रज्ञा कुलकर्णी
– संपादन : देवेंद्र भुजबळ. ☎️ 9869484800